ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ जॉश हेज़लवुड रविवार को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल से बाहर हो गए। वह आईपीएल में उभरी चोट से अभी भी उबर रहे हैं। इससे ऑस्ट्रेलिया को भारत के ख़िलाफ़ फ़ाइनल से पहले बड़ा झटका लगा है। डब्ल्यूटीसी फ़ाइनल 7 से 11 जून तक ओवल में खेला जाएगा।
तेज़ गेंदबाज़ माइकल नीसर को हेज़लवुड की जगह टीम में लिया गया है। चयनकर्ताओं ने उनके ऐशेज़ सीरीज़ तक फ़िट होने की उम्मीद जताई है।
प्रमुख चयनकर्ता जॉर्ज बेली ने क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू से बात करते हुए कहा, "जॉश टीम में जगह बनाने के लिए बेहद क़रीब था, लेकिन हम इस बात से अवगत हैं कि हमारे आगामी कार्यक्रम का मतलब है कि यह हमारे लिए एकमात्र टेस्ट मैच नहीं है।"
हेज़लवुड को आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की ओर से खेलते हुए साइड स्ट्रेन की समस्या हुई थी। वह केवल तीन मैच खेले और उसके बाद स्वदेश लौट गए थे।
स्कैन में जब पाया गया कि उनको कोई चोट नहीं लगी है तो उन्होंने सिडनी में अभ्यास शुरू कर दिया था।
पांच टेस्ट की ऐशेज़ सीरीज़ इंग्लैंड में 16 जून से शुरू हो रही है। हेज़लवुड पहले ही ऑस्ट्रेलिया में काफ़ी टेस्ट क्रिकेट से चूक गए हैं।
बेली ने कहा, "यह ब्रेक जॉश को एक अच्छे अभ्यास का मौक़ा देगा। सात सप्ताह के अंदर छह टेस्ट मैच खेलने हैं तो हमें अपने मुख्य तेज़ गेंदबाज़ों की ज़रूरत होगी।"
नीसर इस सीज़न ग्लैमॉर्गन की ओर से काउंटी चैंपियनशिप खेले हैं और तीन मैचों में 14 विकेट लिए थे। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए दो टेस्ट में सात विकेट लिए हैं।
हालांकि, हेज़लवुड की जगह तेज़ गेंदबाज़ स्कॉट बोलंड के अंतिम ग्यारह में जगह बनाने की उम्मीद है।
कोच एंड्रयू मैक्डॉनल्ड का कहना है कि डब्ल्यूटीसी ख़िताब उनके लिए अहम है लेकिन आगामी ऐशेज़ सीरीज़ भी उतनी ही अहम है और वह अपने तेज़ गेंदबाज़ों को सही से मैनेज करना चाहते हैं।
हेज़लवुड को ऑस्ट्रेलिया के तीन सदस्यीय तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण का एक स्तंभ माना जाता है लेकिन 32 वर्षीय तेज़ गेंदबाज़ लगातार टेस्ट क्रिकेट नहीं खेले हैं। वह चोटों की वजह से पिछले 19 में से चार ही टेस्ट खेल पाए हैं।